कोरोना वायरस की अफवाहों को लेकर बहकावे में न आएं, पूरी सच्चाई यहां जानें

कोरोना वायरस की अफवाहों को लेकर बहकावे में न आएं, पूरी सच्चाई यहां जानें

रोहित पाल

कोरोना वायरस, जिसका जन्म चीन में हुआ, और धीरे-धीरे इसने कई देशों में एंट्री कर ली। अब यह भारत में भी आ चुका है। हालांकि जब से इसने भारत में एंर्टी ली तब से इसका लोगों में अजीब सा खौफ देखा जा रहा है। हर कोई इसके बारे में अलग-अलग बाते कर रहे हैं। कोई इसे इतना भयावह बताता है कि सुनने वाले दिमाग में डर का माहौल बन जाता है तो कोई सोचता है कि इसकी चपेट में आना मतलब बस आप मरने वाले हैं। हाल ही में एक खबर आई कि एक गांव में एक शख्स को सिर्फ भुखार होने पर पूरा का पूरा गांव खली हो गया, लोग गांव छोड़कर चले गए। लेकिन सवाल है कि क्या वास्तव में ऐसा है?

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जैसा कि आप सब जानते हैं कि कुछ दिन ही पहले ही इसके पॉजिटिव शख्स की रिपोर्ट आई थी। धीरे-धीरे कुछ लोगों के इंफेक्टेड होने की खबर आई थी। लेकिन भारत में इसके आने के बाद से इसे लेकर सोशल मीडिया में कई तरीके की अफवाहें भी फैलने लगीं। आपको भी कई तरीके की खबरे और वीडियो मिल रहे होंगे, उन अफवाहों में आपको इलाज बताया जा रहा है। कोई बता रहा है कि ये पीने से कोरोना नहीं होगा, कोई कह रहा है ये दवा, ये चीजें खाइए आपको कोरोना नहीं होगा। लेकिन क्या ये सारी चीजें सच हैं। क्योंकि अगर रिपोर्ट्स की बात करें तो अभी तक इसे पूरी तरह ठीक करने का कोई इलाज नहीं मिला है।     

यह वायरस अबतक 70 देशों को प्रभावित कर चुका है और इसकी वजह से लगभग 3800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यही नहीं अबतक इस वायरस से 109600 लोग प्रभावित हो चुके हैं। हांलाकि राहत वाली बात यह कि अबतक 60 हजार से ज्यादा लोगों को इस वायरस से बचाया जा चुका है।

कई बार लोगों को बात करते हए सुना होगा कि इससे सबसे खतरा किसको है। तो मैं आपको बता दूं कि इससे सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है, खासतौर पर ऐसे बुजुर्ग जो लंबे समय से किसी मर्ज के शिकार हैं। दरअसल हाल ही एक स्टडी में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा 80 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों में सबसे ज्यादा है। इस स्टडी की रिपोर्ट चीन के जरनल Epidemiology में प्रकाशित की गई है।

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कोरोना वायरस को लेकर अफवाहें:

1- पहला क्या शराब पीने से कोरोना वायरस से बचाव होता है?

सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैली थी कि अगर कोरोना वायरस के प्रकोप से बचना है तो शराब पीना शुरु कर दिजिए। लेकिन इस अफवाह में कितनी सच्चाई है यह कोई नहीं जानता है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बात को नकारते हुए बताया कि शराब कोरोना से बचाने में सक्षम नहीं है। WHO के अनुसार शराब का सेवन मॉडरेशन में करना चाहिए। यही नहीं उसके अनुसार जो लोग शराब नहीं पीते हैं, उन्हें कोरोना वायरस से बचने के लिए शराब पीना नहीं शुरु करना चाहिए। क्योंकि कोरोना वायरस से शराब नहीं बचाता है।

2- दूसरा गर्मियों में वायरस खत्म हो जाएगा-

गर्मियों में वायरस खत्म हो जाएगा इस बात में भी कोई सच्चाई नहीं है। डब्लूएचओ हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक डॉ. माइकल रयान ने खुद कहा कि ऐसे कोई सबूत नहीं है कि गर्मियों में कोरोना खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा, हम अभी इस बात से वाकिफ नहीं हैं कि वायरस का व्यवहार अलग जलवायु स्थिति में कैसा रहने वाला होगा। हम ये मान रहे हैं कि वायरस में क्षमता है कि वह फैलना जारी रख सकता है।   

3- शराब या क्लोरिन छिड़कने से नहीं मरता वायरस-

आपको यह मिथक कई बार सुनने को मिल रहा होगा, लोगों को भी बात करते हुए सुना होगा। लेकिन यह बिल्कुल गलत है। अपने शरीर पर शराब या क्लोरिन छिड़कने से वायरस खत्म नहीं होगा। क्योंकि ये आपके शरीर में पहले ही प्रवेश कर चुका होता है। ऐसी चीजों का इस्तेमाल करना आपके कपड़ों और आंख व मुंह के लिए हानिकारक हो सकता है।

4- कुछ चीजें खाने से वायरस खत्म हो जाएगा-

हाल में यह भी सुनने को मिल रहा था कुछ चीजें खाने से वायरस को खत्म किया जा सकता है। ये चीजें इसका इलाज हैं। लेकिन यह बिल्कुल गलत है क्योंकि मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार वायरस का कोई इलाज नहीं मिला है। हालांकि ये जरूर है कि अपनी दिनचर्या को सही रखें, बातए गए नियमों का पालन करें और ऐसी चीजों का सेवन करें जो आपका इम्यून सिस्टम बेहतर करें। हालांकि ये इलाज नहीं है बल्कि सिर्फ बचाव का तरीका है।

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5- वस्तुओं को छून से नहीं फैलता कोरोना

डब्लूएचओ के मुताबिक, भले ही कोरोनावायरस कुछ घंटों या कई दिनों तक सतहों पर रह सकता है लेकिन ऐसी संभावना बहुत कम है कि वायरस एक जगह से दूसरी जगह ले जाने या फिर विभिन्न स्थितियों और तापमान के संपर्क में रहने के बाद भी वहां बना रहेगा। अगर आपको ऐसा लगता है कि सतह दूषित हो सकती है, तो इसे साफ करने के लिए आप कीटाणुनाशक का उपयोग करें। सतह या वस्तु को छूने के बाद अपने हाथों को अल्कोहल बेस्ड हैंड रब से साफ करें या उन्हें साबुन और पानी से धोएं।

इसके अलावा अन्य अफवाहें फैली हैं जैसे- पालतू जानवर कोरोना फैला सकते हैं, फ्लू की वैक्सीन कोरोना से बचा सकती है, चिकन, मछली, मीट खाने से कोरोना का खतरा बढ़ जाता है और ऐंटिबायॉटिक्स दवाएं कोरोना से बचा सकती हैं। दोस्तों इन मिथकों में कोई सच्चाई नहीं है। इसलिए इन अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें। खुद से सावधानी रखें।

ये अफवाहें कितनी सच हैं इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि अफवाहों पर ध्यान न देते हुए सावधान रहें। क्योंकि आपकी सावधानी ही आपको वायरस के इंफेक्शन से बचाएगी। इसके लिए मेडिकल एक्सपर्ट्स द्वारा बताई गयीं सावधानियों का पालन करें।

जैसे-

  • कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे जरूरी बात, जो WHO और सभी हेल्‍थ एक्‍सपर्ट भी बताते हैं, वह है अपने हाथों को नियमित रूप से धोएं। इसके अलावा, अल्कोहल-बेस्‍ड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
  • मैट्रो, बस या ऑटो में कहीं भी ट्रैवल के समय किसी भी चीज को पकड़ने या छूने से बचें। यदि आप कही भी किसी हैंडल को पकड़ते हैं, तो मुंह पर हाथ लगाने से बचें और सैनिटाइजर का इस्‍तेमाल करें।
  • खांसने और छींकने के समय, अपने मुंह और नाक को कोहनी से ढकें या एक टिश्‍यु का इस्‍तेमाल करें और उसे तुरंत बंद डस्‍टबिन में डाल दें।

 

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